आपको बता दें कि हरियाणा के सिरसा स्थित आदमपुर इलाके में हुई यह शादी पूरे समाज के लिए एक मिसाल बन कर सामने आई है। दूल्हा जिसका नाम बलेंद्र है, उसने शादी से पहले अपनी शर्त रख दी थी कि वह ना तो दहेज लेगा और ना ही किसी तरह की फिजूलखर्ची को बढ़ावा देगा। दूल्हे ने यह पहले ही साफ कर दिया था कि वह फालतू की रस्मों में कोई भी फिजूलखर्ची नहीं करेगा। दूल्हे ने यहां तक कहा था कि उन्होंने अपनी लड़की दे दी है, यही बहुत है। इस पर दुल्हन कांता और उनके परिजन सहमत हो गए थे। सबसे पहले तो दुल्हन के परिजन दूल्हे को 4 करोड़ रुपए दहेज के रूप में देने वाले थे परंतु दूल्हा बलेंद्र ने भेंट के रूप में मात्र ₹1 और नारियल स्वीकार किया और बिना किसी बैंड बाजे के साथ शांतिपूर्वक बारात लेकर आया।
वहां पर मौजूद स्थानीय लोगों ने दूल्हे की जमकर तारीफ की और ऐसा कहा कि अगर सबकी सोच इसी तरह हो जाए तो हालात में सुधार आ जाएगा और बेटियों की शिक्षा पर भी ध्यान दिया जा सकता है।